हे भगवान ! ऐसा अजब मरीज किसी डॉक्टर को ना ही मिले तो अच्छा !
-असीम तिवारी
डॉक्टर साब नाम अस्ते
नाम अस्ते नही नमस्ते होता है
होता होगा हमने तो नाम बताया अपना
अस्ते नाम है तुम्हारा?
हओ
जे कैसा नाम है बे
जे कैसा नाम है बे
कहानी लंबी है
रहने दो फिर
नही सुन लो, इंटरेस्टिंग है मूड बन जाएगा फिर दवा दारू का ठीक से, हुआ यूं कि हमाए बाप के लौंडा जन्मा यानी कि हम तो कुंडली में अक्षर निकला 'अ'.. बाप के वालिद यानी कि दादा ने कही कि इसका नाम रख दो अंगूरी लाल, माँ का नाम था जामुनी देवी, बाप हमाए थे सेब सिंह तो दादा ने कहा इसको अंगूरी बना दो, लेकिन डैडी को नाम समझ नी आया, बिनने साफ कह दी अपने बाप से कि केला लाल जी मुआफ़ी चाहता हूँ फ्रूट सलाद भोत बन गई घर में अब लौंडे लपाड़ो का नाम अलग रखेंगे, तो बस फिर हुआ यूं कि दद्दा को हमाए आया गुस्सा और बिनने बाप के मुँह पर छाप छोड़ दी कस के एक..डैडी हिल गए अंदर तक और उनके मुँह से निकला अरे बुढऊ आहिस्ते !!!! तो ऐसे आहिस्ते से हमाओ नामकरण हो गओ अस्ते
उफ़्फ़ तौबा!! बकवास खत्म हो गई हो तो आने का कारण भी बता दो भैया अस्ते
डॉक्टर साब आई हैड ए फादर ही हैड ए डाइबिटवॉज़
क्या????!!!!!! अबे क्या ज़हर अंग्रेजी छोड़ रहा है, डाइबिटवॉज़ क्या होता है??
मधुमेह अंकिल मधुमेह
वो डाइबिटीज होता है उल्लू के चरखे
होता होगा, लेकिन डैड तो निपट गए ना हमाओ तो अब तो डाइबिट वॉज़ ही कहेंगे ना, अंग्रेजी कच्ची मालूम हो री डॉक्टर तुमाइ बुरा नी मानना, डाइबिटीज तो इसको है हमाए जिंदा लौंडे को
एक तो साला मर मर के एमबीबीएस निकालो जैसे तैसे और फिर इन बेकूफ़ पेशेंट्स को झेलो हाँ नही तो..अबे तो सीधा सीधा नही बता सकता कि लड़के को डायबिटीज है
लो बोलो कर लो बात,एकदम नाक की सीध में स्ट्रेट तो चला आया मैं कि डाइबिटीज है, बाप का तो इसलिये बताना पड़ा कि अभी फट से पूछ लेते फैमिली में किसी को है कि नही इसलिये पेले ही साफ कर दिया कि डैडी को थी और वो निकल लिए सेकंड वर्ल्ड की यात्रा पर हालांकि उनके कर्म के मुताबिक तो मेरे को लग रिया थर्ड वर्ल्ड की सैर कर रहे होंगे
चुप हो जा बे.. अच्छा कुछ टेस्ट करने होंगे
ट्वेंटी ट्वेंटी कर लो डॉक्टर साब, टेस्ट तो आजकल देखता भी नही कोई
खून की जांच कही है बे
खून तो सही हैगा इसका उसको क्यों जांचना है
चाह क्या रहा फिर जे बता दे
चाह तो लौंडे का इलाज ही रहा था
तो करने तो दे नही रहा तू
अरे, कैसी बात कर रए, डॉक्टर बाबू करो ना इलाज,मैं ये चाह रहा था कि सीधा ऑपरेशन करके मधुमेह निकाल दो ससु
ऐसा नही होता जाहिल, मधुमेह कोई अंग नही है जो निकाल देवें
अरे कोशिश करने वालों की हार नी होती और लहरों से डर कर नौका पार नी होती
अबे ओ साहित्यकार कतई, हर जगह नही फिट होता ये .. डायबटीज़ ऑपरेशन से ना निकलती
अच्छा? तो गोली दोगे
हाँ, लिख रहे हैं गोली खिलाते रहना टाइम से, और 15 दिन बाद शुगर चेक करके बताना
हमाओ घर के राशन से लौंडन की बीमारी का क्या लेना देना डॉक्टर साब?
अबे घर में चीनी चेक करनी नही कही, ये तेरे लौंडे के अंदर की चीनी चेक कर के बताना, क्या साले सुबह से सर खाने आ जाते हैं
ओह!! अच्छा इसकी बात कर रहे थे, तो मेरा मल्लब मैं ये जानना चाह रहा था कि लौंडे की शुगर ज़्यादा निकले तो इसको दूध और गरम पानी के साथ चायपत्ती खिला दूँ? नही मल्लब ये चाय का शौकीन है तो चीनी वेस्ट नी हो जाए इसके अंदर की इसलिए कह रहा था मैं
अबे तू क्या चीज है? दवाइयां खिला नही तो इन्सुलिन के इंजेक्शन लगेंगे ,शुगर बढ़ी अगर इसकी
फिर छोड़ो,पंडी जी का इलाज ही ठीक है वही करा लेंगे
क्या इलाज बता दिया तेरे पंडी जी ने?
दरअसल लौंडे का नाम हमने दादाजी की प्रथा आगे बढ़ाने चीकू रख दिया था,पंडी जी केन लगे चीकू मीठा भोत होता है इसीलिये हो गई इसे मधुमेह तुम तो नाम बदली कर के नमकीन मिक्चर ऐसा कुछ कर दो तो आराम मिलेगा
भाग यहाँ से ^#^@^@%@/#^@&^@%@&@^@
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